
During the old age most of the people are suffering from joint pain , muscle pain and knee pain .The main reasion of this problem is shortage of bone-marrow between joint not a proper blood circulation . we feel a lot of pain when we get up , walk and when we do more regular activities because our bones bump into each other and shortage of bone-marrow . Dardobam is very useful oil will help you to free from such type of pains . this is 100% natural and made from best ayurvedic remedies . the full course of dardobam oil is 90 days . some of advantage of dardobam oil is............
Doses:-Massage 4 or 6 drops of Dardobam oil on your joint for 5 to 10 min until it will be some warm and you feel better in . you have to massage for 90 days regular twice in a day . once in the morning and in the evening . you get the result of Dardobam oil within 10 to 12 days . Don't wash your joint with water within 1 hour after the use of Dardobam oil .
बढ़ती उम्र के साथ-साथ लोगो की परेशानियां भी बढ़ती जाती है। इन परेशानी में एक ऐसा परेशानी है जिसके हो जाने के बाद हम अपनी जीवन का आनंद ही भूल जाते है। जोड़ो का दर्द एक ऐसा परेशानी जो लोगो की जिंदिगी का मायने ही छीन लेती है जैसेकि चलने , उठने ,बैठने में असहनीय दर्द और पीड़ा होती है और हमलोग इसके चलते आपने को सिमित कर लेते है। तो घबराने की कोई बात नहीं दरदोबाम का एक खुराक आपको इस प्रकार के दर्द से छुटकारा दिलाएगा। जोड़ो का दर्द का मुख्य कारन हमारे दो हड्डियों के बिच बोन -मैंरौ की कमी है। हमारी हड्डियां एक दूसरे से टकराते है और नसों में जकड़न हो जाती है जिसके कारन काफी ज्यादा असहनीय दर्द होता है। दरदोबाम चूर्ण आपके हड्डियों के बिच बोन -मैंरौ बढ़ाएगी और तेल आपके घुटने और नसों को मजबूत और ज्यादा लचीला बनने में मदद करेगी। खून का संचरण और हड्डियों में मजबूती लाएगी। यह पूर्ण रूप आयुर्वेदिक और हर्बल है जो कई प्रकार की जड़ी -बूटियों के रस को निचोड़कर उसका तेल बनाया गया है जो आपके जोड़ो का दर्द को दूर करके एक सुखद सिंदिगी का एहसास दिलाएगी। इस तेल का कुछ खासियत निन्म है....................................
सेवन का तरीका और परहेज :इस आयुर्वेदिक तेल के ३ से ४ बून्द को दर्द के स्थान पर दिन में दो बार मालिश करना है जबतक की तेल गर्म होकर उसमे सुख न जाये। सुबह में ८ से १० बजे के बिच और शाम में ६ से ८ बजे के बिच। ज्यादा आराम के लिए मालिश करने के बाद इसको हलके गर्म हाथों से सेकन भी कर सकते है। तेल मालिश के कम से कम १ घंटा तक इसे धोना या स्नान नहीं करना है नहीं तो इसका असर ढीला जायेगा और दर्द से पूर्ण रूप से छुटकारा नहीं मिलेगी।
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